बरसात में फसलों को फायदा तो खरीदी केंद्रों में धान हुई बर्बाद किसानो की मेहनत पर फिरा पानी समय से नहीं हुई व्यवस्था प्रशासन की खुली पोल

कटनी। हाल ही की बरसात में अच्छी आई फसल से एक तरफ जिले को फायदा हुआ है। तो वही खरीदी उपार्जन केंद्रों में बे मौसम बारिश से केंद्रों में पहुंच रही धान में भारी नुकसान देखने को मिला है। वही मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी दी थी की बारिश के आसर है। लेकिन जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर अचानक आई बारिश ने पोल खोल दी है। एक तरफ प्रभारी द्वारा खरीदी गई शासन की धान एवम उपार्जन केंद्र पहुंच रहे किसानों की धान दिन भर की बारिश में पानी पानी हो गई वही अगर समय रहते व्यवस्था की जाती तो शायद नुकसान होने से बचाया जा सकता था।

लेट लतीफ निर्णय

ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत जिले के किसान समर्थन मूल्य पर अब 23 जनवरी तक धान की बिक्री कर सकेंगे। पहले धान खरीदी की अंतिम तिथि 20 जनवरी थी, जिसे बढ़ाकर अब 23 जनवरी कर दिया गया है। जिले में शनिवार को हुई वर्षा और आगामी दिनों में बारिश की संभावना और ख़राब मौसम के मद्देनजर कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के निर्देश पर तीन दिनों तक समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन कार्य को स्थगित कर दिया है। कलेक्टर श्री यादव के निर्देश के बाद जिला आपूर्ति अधिकारी ने उपार्जन केन्द्रों पर उपलब्ध धान के सुरक्षित भण्डारण हेतु सोमवार 30 दिसम्बर, मंगलवार 31 दिसम्बर 2024 एवं बुधवार 1 जनवरी 2025 को (केवल तीन दिवस) जिले में समर्थन मूल्य पर धान का उपार्जन कार्य स्थगित करनें संबंधी आदेश जारी किया है। जबकि 2 जनवरी 2025 से पुनः नियमित रूप से समर्थन मूल्य पर कटनी जिले के खरीदी केंद्रों में धान उपार्जन शुरू होगा।

बे मौसम बारिश ने किसानों की बढ़ाई चिंता

बता दे कि शनिवार की सुबह से हो रही झमाझम बारिश मे किसानो की सारी मेहनत पर पानी फिर गया खरीदी केंद्रो पर किस तरह भीग रहा धान तस्वीरे बया कर रही है उपार्जन केंद्र मे खुले मे पड़ी किसानो की धान,झमा झम बारिश ने किसानो की भी चिंता बढ़ा दी है।

 

 

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