



कटनी। कहने को तो जिला अस्पताल कटनी का बहुत बड़ा अस्पताल है। और यहां आस पास जिले के अलावा जिले की तहसीलों से भी गंभीर मरीज पहुंचे है। लेकिन जिला अस्पताल में चल रहा निर्माण कार्य आने वाले भविष्य में मरीजों के लिए वरदान बने या ना बने ये तो आने वाले समय की बात है। लेकिन अभी यह निर्माण कार्य लोगों के लिए जानलेवा बना हुआ है। खास बात ये कि जिला अस्पताल किसके भरोसे चल रहा है यह भी देखने वाला कोई नही है। पहले तो महीने में हीं सही कटनी डीएम साहब दौरा कर यहां की व्यवस्थाओं की निगरानी कर लेते थे लेकिन जब से यह जिम्मा एस.डी.एम साहब की टेबिल पर आया है अस्पताल का हाल खस्ता हाल हो गया है।
आप खुद देखिए इन तस्वीरों को जिसमें व्हील चेयर को महिलाओं के जरिए अस्पताल के भीतर पहुंचाने की जद्दोजहद की जा रही है, क्योंकि ठेकेदार ने सड़क पर हीं निर्माण की सामग्री जमा कर रखा है। जो कम से कम जिला अस्प्ताल के सिविल सर्जन को तो नजर नही हीं आती होगी। इससे बुरा हाल यहां के उन तमाम चिकित्सकों को झेलना पड़ रहा है जिन्हें ड्यूटी करने अस्पताल के भीतर जाना पड़ता है। डॉक्टर्स का अस्पताल के भीतर दाखिल होना किसी जंग जीतने जैसा है। लेकिन ये तमाम चिकित्सक शिकायत भी नही कर सकते हैं। अगर शिकायत की या ठेकेदार से कहा तो साहब भड़क जाएंगे क्योंकि साहब का चहेता ठेकेदार निर्माण करवा रहा है, तभी तो पूरी सड़क जाम है। हालात बद से बदत्तर हो गए हैं और सी.एस.साहब के सेहत में कोई असर नही है। इससे खराब बात क्या होगी कि मौत के बाद मर्चुरी ले जाने के लिए भी यही एक बंद रास्ता है। जो निर्माण कार्य के चलते बंद है।

अगर बात करे तो जिला अस्पताल में 5 जिलों के मरीज आते हैं जिसके चलते यहां के स्टाफ़ और डॉक्टर्स पर पहले से हीं स्टाफ की कमी का ज्यादा दबाव रहता है। ऐसे में ठेकेदार की यह अव्यवस्था और सिविल सर्जन की अनदेखी उन पर कहर बरपाने का काम कर रही है। जानकारी के मुताबिक आज हीं सुबह एक महिला डॉक्टर ड्यूटी जाते वक्त गिर पड़ीं, लेकिन वे अपना दर्द भी जाहिर नही कर पायीं। जिला अस्प्ताल में ये तमाम कमियां हैं, जिनसे मरीजों को हर वक्त दो चार होना पड़ता है, लेकिन ठेकेदार की यह मनमानी सबके लिए नासूर बनी हुई है।