



कटनी, 21 मई — प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 मई 2025 को राजस्थान के बीकानेर जिले के देश नोक से अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत पुनर्विकसित 103 रेलवे स्टेशनों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करेंगे। इसी अवसर पर वे बीकानेर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे तथा 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास कर राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
उल्लेखनीयहै कि रेलवे स्टेशन किसी भी शहर की पहचान होते हैं और रेल परिचालन में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इन स्टेशनों को न केवल आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है, बल्कि इन्हें स्थानीय सांस्कृतिक, आध्यात्मिक व ऐतिहासिक पहचान के अनुरूप भी सजाया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देशभर में 1300 से अधिक स्टेशनों के कायाकल्प का कार्य गतिशीलता से चल रहा है। मात्र दो वर्षों से भी कम समय में 103 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास और उनका उद्घाटन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
प्रधानमंत्री मोदी की यह सोच विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृत काल के प्रारंभ में है।नई ऊर्जा है, नई प्रेरणा है, नए संकल्प हैं आज अमृत भारत स्टेशन योजना के माध्यम से मूर्त रूप ले रही है।
पश्चिम मध्य रेल के 06 स्टेशनों का होगा उद्घाटन
पश्चिम मध्य रेल के अंतर्गत मध्य प्रदेश व राजस्थान राज्यों के निम्नलिखित 6 स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित किया गया है:
कटनी साउथ (म.प्र.) – खनिज संसाधनों और रेल संपर्क को नई पहचान।
श्रीधाम (म.प्र.) – प्रभु श्रीराम मंदिर के कारण आध्यात्मिक केंद्र।
नर्मदापुरम (म.प्र.) – नर्मदा तट की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक झलक के साथ आधुनिक स्वरूप।
शाजापुर (म.प्र.) – 140 वर्ग मीटर का ‘आर्ट एंड कल्चर ज़ोन’ स्थानीय संस्कृति का नया केंद्र।
बूंदी (राज.) – सांस्कृतिक गरिमा और आधुनिकता का संगम।
माण्डलगढ़ (राज.) – मेवाड़ की वीरगाथा और भारतीय रेल के योगदान का प्रतीक।
इन स्टेशनों पर विकसित की गई प्रमुख सुविधाएं: भव्य प्रवेश द्वार, आकर्षक फसाड, हाई मास्ट लाइटिंग, आधुनिक प्रतीक्षालय, टिकट काउंटर, दिव्यांगजन के लिए रैंप, मॉर्डन टॉयलेट, प्लेटफॉर्म शेल्टर, कोच इंडिकेशन सिस्टम, और डिजिटल डिस्प्ले। सभी सुविधाएं दिव्यांगजन अनुकूल हैं। हर स्टेशन पर क्षेत्रीय कला, परंपरा और संस्कृति की विशिष्ट झलक को सहेजा गया है।
देशभर में पुनर्विकसित अमृत स्टेशनों को एकीकृत रूप से सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ तैयार किया गया है, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव और सुविधाएं मिलेंगी।