



कटनी।नगर निगम कटनी द्वारा अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत नागरिकों को शुद्ध और गुणवत्ता युक्त पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाया गया है। दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (NULM) के अंतर्गत गठित तीन स्वसहायता समूह नारी शक्ति, वंशिका और आर्यों की 30 महिलाओं को अमृत मित्र के रूप में चयनित कर उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। ये महिलाएं अब घर-घर जाकर पानी की गुणवत्ता की जांच कर रही हैं।
महापौर और आयुक्त के नेतृत्व में प्रेरणादायक अभियान
नगर निगम महापौर श्रीमति प्रीति संजीव सूरी और आयुक्त नीलेश दुबे के नेतृत्व में यह अभियान जनस्वास्थ्य और जनसहभागिता के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक उदाहरण बनकर उभरा है।
डोर-टू-डोर जल परीक्षण: नागरिकों की सुरक्षा में कदम
अमृत 2.0 के नोडल अधिकारी अश्विनी पांडे ने जानकारी दी कि नगर के सभी 45 वार्डों में स्वसहायता समूहों को फील्ड टेस्ट किट्स सौंपी गई हैं। महिलाएं प्रत्येक घर जाकर पेयजल के नमूने एकत्र कर त्वरित परीक्षण कर रही हैं। अब तक 1123 जल परीक्षण किए जा चुके हैं।
परीक्षण के प्रमुख तत्व
इन परीक्षणों में जल के निम्नलिखित तत्वों की जांच की जा रही है:
पीएच स्तर, क्लोरीन की मात्रा,आयरन,नाइट्रेट,फ्लोराइड,आर्सेनिक
पूरा कार्य पारदर्शी और वैज्ञानिक विधियों से किया जा रहा है।
प्रयोगशाला परीक्षण से और अधिक सटीकता
फील्ड टेस्टिंग के साथ-साथ कुछ घरों से एकत्र जल नमूनों को प्रयोगशाला में भेजा जा रहा है, ताकि गहराई से विश्लेषण कर किसी भी चूक की संभावना को समाप्त किया जा सके और गुणवत्ता की दीर्घकालिक निगरानी सुनिश्चित की जा सके।
प्रशासनिक सहयोग की अहम भूमिका
इस अभियान में उपयंत्री जलप्रदाय मृदुल श्रीवास्तव और सिटी मैनेजर यश रजक तकनीकी एवं प्रबंधन सहयोग प्रदान कर इस पहल को सफल बनाने में योगदान दे रहे हैं।
महिलाओं की आत्मनिर्भरता और जागरूक समाज की दिशा में मजबूत कदम
यह पहल न केवल नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में सार्थक कदम है, बल्कि इससे स्वसहायता समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं और समाज में अपनी भूमिका को सशक्त रूप से निभा रही हैं। साथ ही, इससे नागरिकों में जल गुणवत्ता के प्रति जागरूकता भी तेजी से बढ़ रही है।