



कटनी। महिला सुरक्षा को लेकर कोतवाली पुलिस की एक सराहनीय पहल सामने आई है बतादे कि कोतवाली थाने के पास दिल्ली पराठा की दुकान के पास लावारिस हालत में घूम रही एक महिला उम्र लगभग 23 साल देखने में मानसिक रूप से कमजोर और परेशान एवं भटकी हुई प्रतीत हो रही थी। कोतवाली थाना प्रभारी को मिली सूचना पर कोतवाली थाना प्रभारी आशीष शर्मा ने मौके पर महिला पुलिस स्टाफ को भेजा उक्त महिला को महिला पुलिस स्टाफ के द्वारा महिला डेक्स में लाकर बैठाया गया। इस दौरान महिला प्रधान आरक्षक रीता मरकाम ने भटकी हुई महिला से बातचीत करने का प्रयास किया लेकिन उक्त महिला कुछ बोलने एवं बताने को तैयार नहीं हुई तभी कोतवाली प्रधान आरक्षक अजीत मिश्रा ने महिला पुलिस अधिकारियों के समक्ष उक्त महिला से लगभग 3 घंटे तक मनोवैज्ञानिक तरीके से बातचीत करने का प्रयास किया। तब जाकर भटकी हुई महिला ने पहले अपना झूठा नाम सुनीता कुमारी बताया और भटक जाना बताया साथ ही इस बातचीत के दौरान एक गांव का नाम बताया “परमानंदपुर”इस दौरान पुलिस ने ऐसे नाम की जानकारी जुटाई तो पता चला कि यह गांव बिहार के जिला नालंदा में स्थित है। पुलिस के काफी प्रयास के बाद भटकी हुई महिला की पहचान पूजा देवी पति कुंदन कुमार निवासी परमानंदपुर नालंदा बिहार के रूप में की गई। जब परिवार से पुलिस ने संपर्क किया तो उक्त महिला को ढूंढने पूरा परिवार भी जुटा हुआ था। कोतवाली पुलिस ने महिला सुरक्षा का ध्यान रखते हुए भटकी हुई महिला को सुरक्षित वन स्टाफ सेंटर माधव नगर मैं रुकवाया एवम मंगलवार 24 सितंबर को भटकी हुई महिला के परिजन पिता एवं भाई राहुल कुमार के कटनी पहुंचने पर पूरी पड़ताल के उपरांत महिला को सुरक्षित परिजनों को सुपुर्द किया गया।
कोतवाली पुलिस के इस सराहनीय कार्य से एक परिवार के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी एवं एक संदेश दिया कि कटनी पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कितनी सजग और मुस्तैद है।