



कटनी।मध्य प्रदेश सरकार लाख दावे करे गांव को साफ स्वच्छ बनाने का यहां तक की गांव को गोद लेने की कवायत भी सरकार द्वारा की जा रही लेकिन गांव के हालात आज भी 1975 के दशक जैसी प्रतीत हो रहे है। कारण पंचायत में बैठे हुऐ जिमेदारो की मुख्य भूमिका से सरकार का काम लोगो को सुविधा देना है।
जो बखूभी सरकार द्वारा किया जा रहा है। लेकिन वह सुविधा ग्रामीणों तक पहुंच रही है। या नहीं यह सवाल आज भी बना हुआ है। ग्राम पंचायत विभाग की अनेक योजना धरातल पर संचालित है। गावों को साफ स्वच्छ और बेहतर बनाने के लिए जिसमें लाखों करोड़ो का बजट भी खर्च किया जा रहा है। लेकिन आज भी कटनी जिले के कुछ ऐसे गांव हैं। जहां हालात बत से बत्तर नजर आ रहे हैं।
बहरहाल उनमें से बड़वारा जनपद के सलैया सिहोरा पंचायत का एक मामला सामने निकल कर आ रहा है। बतादे की जहां कई महीनो से चल रहे नाली निर्माण का कार्य आज भी पूरा नहीं किया गया और वार्ड नंबर 2 से निकलना लोगो के लिए बारिश में नासूर बना हुआ है। जहा रास्ते पर ग्रामीण अपनी मोटर साइकल से गिर कर चोटिल हो रहे है। बड़ी बात यह है की बारिश के दिनों में ही पंचायत स्तर पर चल रहे काम की वजह से लोग परेशान होने पर मजबूर हैं। वही चल रहे काम के दौरान बारिश के पहले रास्ते पर मिट्टी डाल दी गई जिसके कारण फिसलन भरी स्थिति उत्पन्न हो रही है।
वही पंचायत के जिम्मेदारो को जानकारी होने के बावजूद वह आराम फरमा रहे है। जानकारी के मुताबिक पंचायत पंचों पर आश्रित है। यह गांव, जहां वार्ड नंबर 2 में सबसे ज्यादा लोग हादसे से बच रहे है। इस रास्ते पर कीचड़ के अलावा कुछ नहीं नजर आता जिससे पैदल चलना भी ग्रामीणों का दुभर बना हुआ है। वही बात की जाए स्वच्छता की तो भगवान राम मंदिर के सामने गंदगी का आलम पसरा हुआ है। जिसको 8 महीने हो गए और काम विगत आठ माह से प्रगति पर है। जिसका खामियाजा आम ग्रामीण जन को उठाना पड़ रहा है। लेकिन जिम्मेदार सब कुछ जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं। वही इन विकास के दावों को लेकर जनप्रतिनिधि गांव गोद लेने की बात करते रहे हैं। लेकिन विकास की हकीकत ग्रामीण क्षेत्र की किस तरह यह तस्वीर बयां कर रही है। अब देखना यह होगा कि क्या पंचायत के जिम्मेदार ग्रामीणों को बारिश के पहले सुगम रास्ता दे पाएंगे।