



छतरपुर म.प्र। लवकुश नगर अनुविभाग अंतर्गत ग्राम पंचायत अधियारी बारी के गांव बैंहा के खोड़ा जाने वाला मार्ग जहां 50 से अधिक परिवार गांव में निवास करते है। लेकिन भले ही आजादी के सात दशक बीत गए हो आज भी कीचड़ मय सड़क पर आवाजाही करने लोग विवश हैं जानकारी के मुताबिक जनपद मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित गांव बैंहा का खोड़ा है। जहा ग्रामीण मूरत यादव, जहरसिंह, काशीराम, मुकेश, शिवम, राजकुमार, मुलायम सिंह कि माने तो नेताओं और अधिकारियों को गांव के लोगों की याद सिर्फ चुनाव के समय ही आती हैं। चुनाव निकलते ही सब कहा नेता भूल जाते है। बता दे कि स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा से लेकर तमाम तरह की कठिनाइयो का सामना सड़क खराब होने से करना पड़ता है लेकिन आजतक गांव को पक्की सड़क नसीब नहीं हो पाई वही बारिश के दिनों में ग्रामीणों के लिए यह कच्ची सड़क अभिशाप बन जाती है। जहा स्कूली बच्चों को स्कूल पहुंचने में काफी कठिन डगर का सामना करना पड़ रहा है। वही इस बात से जिला प्रशासन भी अनजान बना हुआ है।
राहुल रैकवार
ब्यूरो चीफ
छतरपुर एमपी